मुजफ्फरनगर
 भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपा में किसानों का सम्मान नहीं है। जयंत चौधरी बच्चा है, हमसे काफी छोटा है। अपनी-अपनी सोच है। देश टूटने के कगार पर है। सरकार बनाकर अपनी ढपली नहीं बजानी चाहिए। भाजपा को लालकृष्ण आड़वाणी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से सलाह कर चलना चाहिए।

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के बाद इंटरव्यू में प्रतिक्रिया के दौरान टिकैत ने कहा कि भाजपा सरकार को 2014 में ही भारत रत्न देना चाहिए था। गठबंधन पर कहा कि आंदोलन में किसान शहीद हुए, लेकिन प्रधानमंत्री दो शब्द नहीं बोले। आरोप लगाया कि रेल, हवाई जहाज, हवाई अड्डे बेच दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में गन्ने का मूल्य 450 रुपये क्विंटल करने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। किसानों को वोट बैंक के हिसाब से नहीं देखा जाना चाहिए। जनप्रतिनिधियों को किसानों की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए। उधर, अतीक अहमद की हत्या पर भी टिकैत ने भाजपा सरकार को घेरने का काम किया।


किसानों की आवाज दबाना चाहती है सरकार : टिकैत
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर मध्य प्रदेश में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव और आराधना भार्गव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सरकार भारत बंद को असफल और किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। सरकार इन्हें तत्काल प्रभाव से रिहा करें। सरकार का रवैया गलत है। किसान हितों की लड़ाई जारी रहेगी।
'सरकार को करना चाहिए किसानों के मुद्दों का हल'

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष ने आगे कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों के मसीहा थे और वह भारत रत्न के हकदार थे. उन्हें यह सम्मान पहले ही मिलना चाहिए था. किसानों ने पहले ही चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न की मांग की थी. सरकार को अब किसानों की ज्वलंत समस्याओं का भी समाधान करना चाहिए.

'अब किसी मुंह से मना करूं'

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने केंद्र सरकार की जमकर सराहना की थी. इसके बाद उनके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं.

सरकार के इस फैसले के बाद जयंत काफी भावुक दिखे. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी का दिल से धन्यवाद किया. इसी दौरान जब आरएलडी चीफ से बीजेपी के साथ जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं अब किस मुंह से इनकार करूंगा. जयंत के इस बयान के बाद उनका एनडीए में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है.

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