जीतू पटवारी सबसे असफल प्रदेश अध्यक्षों में से एक हैं: दुर्गेश केसवानी
भोपाल
दिवाली को बीते एक हफ्ता हो गया है लेकिन मध्यप्रदेश में आतिशबाजी अभी भी जारी है। यह आतिशबाजी पटाखों की नहीं बल्कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में इस्तीफों की है। गुरुवार को भी पार्टी को बड़ा झटका लगा। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है। जोशी एक बार फिर से भाजपा में शामिल हो गए हैं।
दीपक जोशी के वापस बीजेपी में शामिल होने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बयान ने सियासी पारे को हाई कर दिया है। उन्होंने कहा ‘दीपक जोशी मेरे पास आए थे, जो गलती मैं नहीं सुधर पाया वह उन्होंने खुद सुधार ली। मेरा उन्हें धन्यवाद।’ इसके बाद अब बीजेपी जीतू पर हमलावर है।
केसवानी का हमला ‘अपनी असफलता छिपा रहे पटवारी’
जीतू पटवारी के इस बयान पर मध्यप्रदेश बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश केसवानी ने पलटवार करते हुए कहा है कि ‘अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए जीतू पटवारी दीपक जोशी जी का धन्यवाद कर रहे हैं। अच्छी बात है। आपको अपने विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को भी धन्यवाद देना चाहिए जिन्होंने उनकी असफलताओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें घर बैठा दिया। आपको उन साढ़े 5 लाख लाख कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देना चाहिए जिन्होंने आपकी असफलताओं को पहचान कर कांग्रेस को अलविदा कह दिया। आपको धन्यवाद उन 29 सांसदों का भी करना चाहिए जिन्होंने आपकी असफलता पहचानते हुए मध्यप्रदेश को कांग्रेस मुक्त करने का कार्य किया। ‘
सलाह ‘अच्छे विपक्ष की भूमिका निभाएं’
डॉ दुर्गेश केसवानी ने कहा कि जीतू पटवारी सबसे असफल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष में से एक हैं। उन्हें कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह राहुल भैया और लक्ष्मण सिंह समेत उन तमाम कांग्रेस के बड़े नेताओं को भी धन्यवाद देना चाहिए जिन्होंने कहा था की जीतू पटवारी को ब्याज समेत सम्मान लौटाएंगे। केसवानी न कहा कि ‘कहीं ऐसा ना हो की पूरी की पूरी कांग्रेस आपको अलविदा कह दें और आपको धन्यवाद कहने का मौका तक ना मिले, इसलिए अपना ध्यान अपनी कांग्रेस पार्टी पर दें। डॉक्टर केसवानी ने पटवारी को सलाह देते हुए कहा कि एक अच्छे विपक्ष की भूमिका निभाएं ताकि जनता आपको धन्यवाद दे सके।’
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