पटना
हाईकोर्ट ने आरक्षण की बढ़ी सीमा को रद्द कर दिया, लेकिन बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा को इसका जिम्मेदार ठहरा दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में राजद की जब सरकार थी, तब हम आरक्षण की सीमा 75 फीसदी तक ले गए थे। तेजस्वी ने कहा कि हमने यह काम पिछड़ों व वंचितों के हक के लिए किया था, लेकिन भाजपा को यह सही नहीं लगा। उन्होंने इसको रद्द कर दिया। हम इसका विरोध करेंगे। हम संघर्ष कर इसको फिर से लागू करेंगे। तेजस्वी ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए सरकारी नौकरी लेकर आएगी, लेकिन इसमें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाएगा। हम इसका विरोध करेंगे। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक हम पिछड़ों का हक नहीं दिलवा देते।

लालू और तेजस्वी यादव को गाली देना काम
उन्होंने कहा कि सरकार का काम अब केवल लालू यादव व तेजस्वी यादव को गाली देना रह गया है। देश भर में पेपर लीक का मुद्दा गरमा हुआ है। हमारी मांग है कि पेपर लीक पर कड़ा कानून बनाया जाए, लेकिन भाजपा सरकार के मंत्री यह मानने को ही तैयार नहीं थे कि पेपर लीक हुआ है। देश में पुल गिरने की घटनाएं बढ़ गई हैं, लेकिन कार्रवाई किसी पर नहीं हो रही है। ऐसा कब तक चलता रहेगा। लालू और तेजस्वी को गालियां देकर सरकार मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है।

15 अगस्त के बाद करेंगे जनता दर्शन
तेजस्वी यादव ने 15 अगस्त को जनता के बीच में जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान वह जनता के बीच में थे। अब वह एक बार फिर 15 अगस्त के बाद जनता के बीच जाएंगे।

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